हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों को अब अपनी मेडिकल हिस्ट्री साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी. यूनिक आईडी में उसकी बीमारी की सारी डिटेल होगी. इससे नए डॉक्टर भी मरीज के बारे में पूरी जानकारी एक क्लिक पर जान सकेंगे. उन्हें पुराने कागजों के फेर में पड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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